मैं अब बड़ी हो गई हूँ। मेरी माहवारी चालू हुए भी चार साल हो चुके हैं। मेरी चूंचियाँ भी उभर कर काफ़ी बड़ी बड़ी हो गई हैं। मेरी चूत में अब पहले से अधिक खुजली हुआ करती है। उसकी गहराई अधिक हो गई है। मेरे चूतड़ अब और सुडौल हो गये हैं। मेरी गर्दन भी अब सुराहीदार और खूबसूरत हो गई है। मेरा भाई मुझसे बस डेढ़ वर्ष ही छोटा है। उसका लण्ड तो बहुत ही सोलिड जान पड़ता था। जब वो सोता था तो उसका लण्ड कभी कभी खड़ा हो जाता था। छोटी सी चड्डी में से वो खम्बे की भांति खड़ा नजर आता था। उसे देख कर मेरा दिल भी बेईमान हो उठता था। दिल में खलबली मच जाती थी। कई बार तो मैं अपनी चूत को हाथ से दबा लेती थी। शायद यह उम्र भी बेईमान होती है। उसे भाई बहन के रिश्तों का भी ध्यान नहीं रहता है। मेरा भाई भी कम नहीं है, वो भी मेरे अंगों को अब घूरने लगा था। मेरे अकेलेपन का फ़ायदा वो उठाने लगा था। वो हंसी हंसी में कितनी ही बार मेरे चूतड़ों पर हाथ मार देता था। छुप-छुप कर स्नान के समय वो मुझे झांक कर देखता था। उसकी इस हरकत से मुझे रोमांच हो उठता था। अब मैं भी उसको स्नान करते समय झांक कर देखती थी। जब वो लण्ड पर साबुन मलता, तो मेरे शरीर के रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
May 26th, 2011 at 12:09 pm
soniya bhai bahan ki kahani mey maza nahi aaya aur doosari baat tum har kahani ke suru me bolti ho sponcer ko suport kare to hamri majburi ye hai ki humare paas CC nahi hai to koi dusare dhang se pay karney ka tarika batyei ki hum jaldi se jaldi member bankar tumko suport kare ya phir mere mo. 09993219521 par call kar mujhe detail se samjha de Thanks a lot Raju
May 26th, 2011 at 8:03 pm
mast kahani hai par galli aur incest do not mil ke ho to badiya hoga…………pls galli wale strory pado na suniaya …
June 6th, 2011 at 9:32 am
http://www.suniasharma.com/wp-content/uploads/201…