Ishika Ki Jawani Par Sawan Ki Barsaat

Posted Jan 21st, 2011 by Sunia Sharma in Audio, Blog, Main
Please sign in or create a free account to download this audio file

दोस्तों उन दिनों मैं अपने मामा के घर पर गया हुआ था . वही पर मेरी एक मोसी की लड़की भी अपनी सर्दियों की छुट्टियों में आई हुई थी। उस वक्त मेरी उमर २१ साल थी और मोसी की लड़की जिसका नाम इशिका था उसकी उमर कोई १८ साल के आस पास होगी . हम दोनों अपनी पूरी जवानी की मस्ती में थे . उसके बदन के उभरे हुए अंगों की गोलाई उसकी जवानी में चार चाँद लगा रही थी। उसकी तारीफ मै क्या करू खूबसूरती में कैटरीना कैफ जैसी थी। लेकिन चूचियां उससे भी ज्यादा लगती थी। उसे देख कर मेरी रातों की नींद गायब होने लगी .एक रात में ख़ुद को रोक नही पाया . और चुपके से जाकर मैंने उसकी रजाई हटा दी तो देखा कि चुचियों से इस तरह लिपटी हुई थी मनो की काला नाग किसी खजाने की पहरेदारी कर रहा हो . इससे पहले कि मैं उस जवानी के खजाने को छू पाता सर्दी लगने की वजह से इशिका की आँख खुल गई। आँख खुलते ही उसने मुझे देखा इससे पहले वो कुछ बोलती मैंने उसके मुंह पर हाथ रख दिया। और चुपचाप चला गया लेकिन मै डरा हुआ था की शायद वो किसी से कुछ कह न दे . और फ़ैसला कर लिया की इशिका का ख्याल छोड़ कर आज ही घर चला जाऊंगा…

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.