मैंने झट से अपने कपड़े उतार दिए और फिर राखी के सारे गहने उतार दिए ताकि कोई परेशानी ना हो। उसके बाद मैंने उस के गालों पर एक छोटा और प्यार सा किस किया । वो तो बिलकुल भी नहीं शरमा रही थी। चोली के अन्दर मोटे ताजे दो कबूतर कैद थे मानो बोल रहे हो हमें यहाँ से आजाद कर दो हमारा दम घुट रहा है। यहाँ पर मैंने ऐसा नहीं किया और राखी को किस करने लगा और एक हाथ से उसके ब्रा में कैद स्तनों को दबाने लगा जिससे वो गर्म हो रही थी और मुंह से सिस्कारियों की आवाज़ निकल रही थी,”ह्म्म्म्म….. आहाह्ह्हन्न्न्न्न्न्न…. बड़ा मज़ा आ रहा है ….” करीब दस मिनट तक किस करते हुए मैं उसके वक्ष भी दबाता रहा जिससे वो पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी। अब मैंने उसका साया भी निकाल दिया और अब वो केवल पैंटी और ब्रा में थी। साली के क्या मस्त चूतड़ थे। मोटे मोटे फुटबाल हो जैसे। मैं जानता हूँ कि यह राखी एक नंबर की फुद्दैड़ रांड है तभी तो इतने मस्त झकास चूतड़ हैं, लगता है साली जरूर गांड मरवाने की भी शौकीन है।..
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